महिला नर्सिंग अधिकारी आत्महत्या प्रकरण में न्याय की मांग करने गए नर्सिंग कर्मचारियों को PMO ने दी धमकी, जानिए क्या है पूरा मामला

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प्रमुख चिकित्सालय सिरोही के अधीक्षक डॉक्टर अश्विनीकुमार मौर्य के द्वारा सामान्य चिकित्सालय सिरोही में अवांछित गतिविधियों के होने के बाद भी  कोई कार्यवाही नहीं करने, लीपापोती में लगे हुए हैं व जब न्याय की मांग की जाती है तो नर्सेज़ संगठन के द्वारा तो उल्टे नर्सिंग अधिकारीयो को उनके सेवा अभिलेख खराब करने जैसी धमकियां दी जाती है इसके विरोध में अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी सँयुक्त महासंघ (एकीकृत) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ उदय सिंह डिंगार के नेतृत्व में जिला कलेक्टर सिरोही को ज्ञापन दिया गया | प्रदेशउपाध्यक्ष ने कहा कि जब राजस्थान नर्सेज़ यूनियन के जिलाध्यक्ष जीवत दान चारण जो एकीकृत महासंघ सिरोही के जिलाध्यक्ष भी है इनके नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल प्रमुख चिकित्सा अधिकारी अधीक्षक सामान्य चिकित्सालय सिरोही को 23 जून को महिला नर्सिंग अधिकारी के आत्महत्या व महिला नर्सिंग अधिकारीयो और परिसर में ही महिला स्वास्थ्यकार्यकर्ता का ट्रेनिग सेंटर व होस्टल भी है इनकी सुरक्षा की मांग की गई थी उसको लेकर उतेजित हुए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने नर्सिंग अधिकारीयो के सेवा अभिलेख खराब करने की धमकी दी जाती है जो सरासर नर्सेज़ के साथ अन्याय की परिकाष्ठा है | जिम्मेदार प्रशानिक पद पर है तो आखिर मांग भी इन्ही से की जाएगी | प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के द्वारा ऐसे कर्मचारियों को भड़काने जैसे बयानों से संगठन चुप नहीं बैठेगा | जिला कलेक्टर से प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की गई है | अगर कार्यवाही नहीं हुई तो एकीकृत महासंघ आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी |

                                        नर्सेज़, एकीकृत महासंघ जिलाध्यक्ष जीवत दान चारण ने बताया कि वहां पदस्थापित नर्सिंग अधिकारीयो की पीड़ा व वहां महिला नर्सिंग अधिकारी  के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवाज उठाई जाती है तो नर्सेज़ को न्याय दिलवाने की बजाय उन्हें सेवा अभिलेख  खराब करने की धमकी दी जाती है | नर्सेज़ के द्वारा इसकी शिकायत उच्चस्तरीय अधिकारियों व विधायक से करने के लिए कहा जाता है तो नर्सेज़ को कहा जाता है कि आप कही भी जाओ मेरे कोई फर्क नही पड़ता, बोरिया बिस्तर बंधे हुए रहते हैं ऐसी भाषा व तानाशाही रवैया जो जस्टिस न्याय के खिलाफ है और ऐसे  मानसिकता वाले अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही अमल में लानी चाहिए | कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि नर्सेज़ को न्याय दिलवाया जाएगा और गैरजरूरी वक्तव्य देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा | प्रतिनिधि मंडल में डॉ उदयसिंह डिंगार, जीवत दान चारण नर्सेज़ ,एकीकृत अध्यक्ष, अरविंद कुमार, देवीलाल चौधरी, प्रभु सिंह शामिल थे |
तानाशाही रवैया कर्मचारी हितैषी छवि को भी नुकसान : 
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी अधीक्षक का व्यवहार पद की गरिमा के अनुसार नहीं है, लोककल्याणकरी सरकार में अधिकारी के द्वारा तानाशाही रवैया व कर्मचारियों को टारगेट करना, सरकार की कर्मचारी हितैषी छवि को भी नुकसान पहुसाता  है | उचित कार्यवाही कर नर्सेज़ को न्याय मिले | – जीवत दान चारण , अध्यक्ष नर्सेज़, एकीकृत महासंघ  सिरोही

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