रतेऊ में खेमा बाबा मंदिर में भोपो का नृत्य आकर्षण केंद्र रहा
कलाकारों ने दी अपनी प्रस्तुतियां तो भोपो ने ताजणों से किया नृत्य।
गुरूज्योति पत्रिका/गिड़ा/भंवरलाल बरवड़। गिड़ा क्षेत्र के कई गांवों में खेमाबाबा व गोगाजी महाराज के मंदिरों पर हुई रात्रि जागरण भोपो ने किया ताजणा नृत्य।
गिड़ा क्षेत्र के रतेऊ स्थित खेमाबाबा मंदिर बोरड़ी धाम,जगरूपा बाबा समाधि व गोगाजी मंदिर रतेऊ में भव्य जागरण का आयोजन हुआ जिसमें महावीर चवदसिया,प्रकाश खट्टू, खेताराम पूनड़,भोमाराम पंवार जैसे कलाकारों ने आपने मुखरबीन से गोगाजी व खेमाबाबा के भजनों से उपस्थित सभी भक्तों को मनमुग्ध कर दिया तो वहीँ आज रे धाराऊ धोरा धुंधला गोगाजी के भजनो पर भोपो ने ताजणा नृत्य कर सभी भक्तों को सुबह तक बैठने को मजबूर कर दिया।
जैसा कि रतेऊ खेमाबाबा मंदिर पुजारी किस्तूराराम जाखड़ ने शाम के समय मंगल आरती कर क्षेत्र में अच्छे जमाने व सुखशांति की कामना की वहीँ भजन संध्या में पटाली नाडी सरपंच प्रतिनिधि चुतराराम भाम्भू, रतेऊ सरपंच भूराराम गोदारा, रतेऊ पूर्व सरपंच नरपतसिंह गोदारा, लालाराम बैरड़, मूलाराम बैरड़, चुतराराम मूढ़,कलाराम कुकणा,गंगाराम सऊ सहित सेकड़ो श्रदालु उपस्थित रह कर बाबा के चरणों मे धोक दी।
भोपो ने गर्म छड़े ली आपने पीठ पर।
रात्रि कालीन भजन संध्या के अवसर पर भजन कलाकार महावीर चवदसिया व खेताराम पूनड़ के भजनों पर भोपो को भाव आया जिसमे जलते अंगारों में लोहे की छड़े रखकर आग की लपटें निकलते हुए अपने पीठ पर लेकर खेमाबाबा के जय कारे लगाए । इस नृत्य को देखने के लिए पूरे रतेऊ ही नहीं आस पास के पटाली नाडी, मदो की ढाणी व सवाऊ से भक्तों का तांता लगा वही सुबह से शाम तक खेमबाबा कि दर्शन करने जातरुओं की कतारें लगी हुई थी वहीँ चीबी स्थित गोगाजी मंदिर व परेऊ में गोगाजी मंदिर व प्रभुबाबा मंदिर में भक्तों ने दर्शन किए