मंदिर माफी भूमि मुक्त कराने में नाकामयाबी पर सदमें से मौत, थाने पर पहुंचे ग्रामीण

दातारामगढ़ (पिंटू भारतीय बाय)/रानोली, समीप के गांव सांगरवा में मंदिर माफी भूमि को मुक्त कराने के लिए जूझते हुए पुजारी का शुक्रवार को सदमें से अंत होने का मामला प्रकाश में आया है। मृतक के निकट के भाई मनोहर ने बताया कि सदमें से घायल अवस्था में इसे अस्पताल पहुंचाया किन्तु चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मनोहर जोशी व दामोदर जोशी ने बताया कि पुजारी सत्यनारायण जोशी सांगरवा के गोपीनाथ मंदिर में पूजा सेवा करते थे। मंदिर माफी की जमीन से आजीविका चला रहे थे। कुछ साल पहले भूमाफियाओं ने इस पर कब्जा जमा लिया था। सात साल से अदालत में मामला विचाराधीन है एवं 3 जनवरी से यथास्थिति के बावजूद अतिक्रमणकारियों ने तारबंदी कर दी। पुजारी की रिपोर्ट पर रानोली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान पुजारी सत्यनारायण जोशी (72) भी वहां पहुंच गए। परिजनों का आरोप है कि पूर्ण तारबंदी देखकर पुलिस के सामने ही मौके पर पुजारी बेहोश हो गया। पुलिस जवानों ने बचाने का काफी प्राथमिक उपचार किया। उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का शनिवार को पोस्टमार्टम किया गया। भूमाफियाओं पर आक्रोशित ग्रामीण रानोली थाना पहुंचे। यहां मंदिर माफी जमीन पर ही पुजारी का अंतिम संस्कार करने की जिद करने लगे। इस पर थाना इंचार्ज सउनि जगदीश प्रसाद की समझाइश पर विवादित भूमि पर ऐसा करने से इनकार कर दिया। इस ग्रामीण मान गए।