Pali : महिला सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा व समाजसेवा के क्षेत्र में अम्बेडकरवादी महिला श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल ने राज्य स्तर पर किया सामाजिक बदलाव
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पाली जिले की संघर्षशील अम्बेडकरवादी महिला श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल के संघर्ष की कहानी एक नजर
प्रदेशाध्यक्ष अम्बेडकर महिला सामाजिक समरसता मंच राजस्थान श्रीमती जसोदा कंवर जागरवाल एक सामान्य परिवार में जन्म लेकर महिला शिक्षा की जोत जगानें की शिक्षा सावित्री बाई फूले की जीवनी पढ़ने के बाद शुरू की । स्वयं को राज्य सरकार की पायलट् प्रोजेक्ट योजना ” मिशन पूर्ण शक्ति” जो राजस्थान में केवल पाली जिलें में शुरू की गई से जोड़ा। निवर्तमान जिला कलक्टर श्रीमान निरज के पवन ने उस समय की केन्द्र सरकार से आग्रह कर यह योजना पाली जिले मे लाये और 150 ग्राम पंचायतों में महिला सशक्तिकरण हेतु सन् 2012 में लागू करवायी । श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल ने समाज में बदलाव के लिए ग्रामसमन्वयक बनकर ग्रामीण महिलाओं के अभाव – अभियोग से जुड़ी |
(A) बालिका शिक्षा के क्षेत्र में कार्य;- पाली जिले के सोजत क्षेत्र में दो गांवो को बालिका शिक्षा में शत-
-प्रतिशत शिक्षा में नामांकन हेतु श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल ने लक्ष्य लिया। ग्राम – खोखरा व ग्राम – बासना में शत प्रतिशत बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ा गया और श्रीमान जिला कलक्टर पाली व उपनिदेशक शिक्षा विभाग पाली के हाथों प्रशंसा पत्र व प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त किया।
अनुसूचित वर्ग की बालिकाएं जो घुमन्तु अर्द् घुमन्तु (कालबेलिया) बस्ती की है उन्हें शिक्षण सामग्री देकर विद्यालयों से जोड़ा गया। सर्दीयों में इन बालिकाओं को गर्म स्वेटर अपने व्यक्तिगत खर्च पर ग्राम स्तर पर कैम्प लगाकर वितरण करना। कच्ची बस्ती की बालिकाओं को भी शिक्षा अधिकारी की उपस्थिति में व जिला प्रशासनिक अधिकारी की उपस्थिति में अपने व्यक्तिगत खर्च पर शिक्षा किट वितरण कर वंचित वर्ग (अनुसूचित जाति वर्ग) की बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ा गया।
(B) महिला स्वरोजगार एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र मे कार्य:-
श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल ने महिला सशक्तिकरण एवं स्वरोजगार हेतु ” नेहा स्वयं सहायता समूह” बनाकर गांव-गांव में मेहन्दी प्रोडेक्ट के अपने स्तर पर महिला कोण व मेहन्दी पाउडर के पैकेट तैयार कर शुद्ध व गुणात्मक मेहन्दी की ब्रान्ड तैयार कर बेचना व सभी महिलाए अपनी हिस्सेदारी बराबर तय कर आर्थिक स्तर सुधारना व स्वरोजगार हेतु प्रेरित कर कई गाँवो में ईकाईया महिला समूह की तैयार की गई। इस कार्य से प्रभावित होकर दैनिक भास्कर की पहल पर हिन्दूस्तान जिंक लिमिटेड ने राज्य स्तर पर सामाजिक बदलाव के क्षेत्र में जयपुर में पुरस्कार समारोह 2015 में रखा गया। जिसमें जोधपुर संभाग में एक मात्र महिला श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल को निवर्तमान मुख्यमंत्री राजस्थान श्रीमती वसुन्धरा राजे सिंधिया ने राज्य पुरस्कार सखी पुरस्कार 2015 प्रदान किया । तथा अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार “कबीर कोहिनूर अवार्ड 2023 नई दिल्ली में दिया गया। (C) समाज सेवा :- श्रीमती जसोदा कंवर जागरवाल ने असहाय, विधवा एवं वंचित वर्ग की महिलाओं हेतु ग्रामस्तर पर कॅम्प आयोजित कर प्रशासनिक अधिकारी व सामाजिक अधिकारिता विभाग, पाली के अधिकारीयों की उपस्थिति में राज्य व केन्द्र सरकार की योजनाओं तथा पेंशन योजनाओं का आवेदन करवाकर हाथो हाथ निस्तारण कर आम महिलाओं को लाभ पहुँचाना इस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्यस्तर पर ‘विवेकानन्द गौरव पुरस्कार 2017 ” व वूमन ऑफ दी फ्यूचर अवार्ड 2016 ” जयपुर में प्रशासनिक व
फिल्मी हस्तियों द्वारा दिया गया।
(D)वंचित, गरीब व अनुसूचित वर्ग के क्षेत्र में कार्य :-
शहर की कच्ची बस्ती व ग्राम में अनुसूचित वर्ग के मौहल्ले में अपने स्तर पर पहले सर्वे करवाकर उनको राज्य व केन्द्र की लाभकारी योजना से वंचित होने पर कैम्प लगाकर उनको लाभ दिलवाना । बालिकाओ व बालकों को शिक्षा से जोड़ना उन्हें अपने व्यक्तिगत खर्च पर शिक्षा किट उपलब्ध करवाना। सर्दीयो में गर्म स्वेटर व कम्बल उपलब्ध करवाना कोविड :-19 में कालबेलिया बस्ती, गरीब, असहाय तथा अनुसूचित जाति बस्ती में खाद्य सामग्री, मास्क सेनेटराईजर घर-घर जाकर वितरण करना । इन कार्यों के धरातल पर करने के कारण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग पाली व जिला कलक्टर पाली की अनुशंषां पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर व माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान ने श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल को राज्य स्तर पर “अम्बेडकर महिला कल्याण पुरस्कार 2019 प्रदान किया, साथ ही 51, 000 (इक्यावन हजार) का नगद पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
(E) पर्यावरण संरक्षण व जलसंरक्षण के क्षेत्र महिलाओं की भागीदारी :-
श्रीमती जसोदा कवर जागरवाल ने पर्यावरण सरक्षणके क्षेत्र में 2012 से ही कार्य शुरू किया। प्रत्येक ग्राम में महिला कार्यकर्ताओं का समूह बनाकर पड़त, गौचर भूमि, सार्वजनिक व श्मशान भूमि चिन्हित कर वर्षा ऋतु में अपने व्यक्तिगत खर्च पर अब तक 10, 000 (दस हजार) वृक्ष सुरक्षित व संरक्षित है। वृक्षारोपण हेतु एक कार्यक्रम जिसका नाम दिया गया “एक व्यक्ति एक पौधा” इस थीम पर प्रत्येक महिला प्रतिवर्ष एक पौधा सार्वजनिक स्थान, घर या सड़क किनारे कहीं भी लगायें यह प्रत्येक ग्राम में योजना शुरू की है जिसमे शत प्रतिशत सफलता मिली है और कार्य आज भी अनवरत रूप से चल रहा है। जल सरंक्षण हेतु दो गांवों में महिला समूह टीम के साथ नाडी खुदाई में महिला श्रमदान करवाकर वर्षाजल का ग्रामस्तर पर संग्रहण कर जल लेवल बढ़ाने के साथ ही पेयजल व वातावरण स्वच्छ करने की दिशा में अभियान जारी है। जिला स्तर पर वृक्षवर्धक पुरस्कार 2012″ में जिलावन अधिकारी पाली द्वारा दिया गया साथ ही 500 (पाँच सौ रूपये) का नगद पुरस्कार भी जिला वनविभाग द्वारा दिया गया।
रिपोर्ट By विनोद कुमार व्यास सोजत