जैसी संगत वैसी रंगत,चंदन के वृक्ष को काटने वाली कुल्हाड़ी में भी चंदन की सुगंध समा जाती है : ब्रह्माकुमारी
ब्रह्माकुमारी आश्रम की वर्षगांठ पर दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम का किया गया शुभारंभ
शिव को लगाया भोग, बच्चों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
जैसी संगत वैसी रंगत,चंदन के वृक्ष को काटने वाली कुल्हाड़ी में भी चंदन की सुगंध समा जाती है
स्थानीय नगर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम की वर्षगांठ पर संस्थापक ब्रह्मा बाबा को याद करते हुए आश्रम की मीरा बहन कंचन बहन, उमा बहन, तुलसी बहन, अखिल भारत हिंदू युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष महावीर मेवाड़ा, निंबेश्वर ट्रस्ट अध्यक्ष जगत सिंह राणावत द्वारा ब्रह्मा बाबा की तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने मनमोहक कार्यक्रम पेश किए। संस्था से जुड़े ब्रह्मावत्सों के लिए ब्रह्मा भोज कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में परमपिता परमात्मा शिव को भोग लगाकर सभी को सत्य के मार्ग का चलने का संदेश दिया गया।
कंचन बहन ने कार्यक्रम में भाग लेने आए ब्रह्मावत्सों को संस्था के संस्थापक ब्रह्मा बाबा के जीवन के बारे बताया गया कि ज्ञान की अनुभूति होने से परमपिता परमात्मा परमेश्वर शिव की अनुभूति जीवन में ज्ञान की ज्योति जगाने की बात बताई गई। इस दौरान अखिल भारत हिंदू युवा मोर्चा के पाली जिलाध्यक्ष महावीर मेवाड़ा ने कहा कि जब विवेक ही जाग्रत नहीं होगा, तब भला जीवन अच्छा कैसे हो सकता है। इसीलिए तो हमारे बड़े बुर्जुग बचपन से यही बात अपने बच्चों को बताते रहते हैं-जैसी संगत वैसी रंगत। वे बताते रहते हैं कि अच्छे लोगों के साथ रहने से बुरे लोग भी वैसे ही अच्छे बन जाते हैं, जैसे चंदन के वृक्ष को काटने वाली कुल्हाड़ी में भी चंदन की सुगंध समा जाती है। मेवाड़ा ने कहा कि जब भी हम अच्छे लोगों से मिलते हैं। हमारे मस्तिष्क का वातावरण ठीक उसी तरह से अच्छा हो जाता है। जैसे हम किसी बगीचे में पहुंचने के बाद महसूस करते हैं। हमारे मस्तिष्क का वातावरण हमेशा स्वच्छ, सुंदर, प्रकाशवान और हवादार बना रहे। इसके लिए आवश्यक है कि हम दिन में कुछ न कुछ समय अच्छे लोगों की संगत में बिताएं। इस दौरान उपप्रधानाचार्य रुपाराम पारंगी, विक्रमसिंह, पुष्पा मैडम, दीपा मैडम, विक्रम जैन, तखतगढ़ से भावना दीदी, बाली से स्नेहा दीदी, शिवगंज से पूनम दीदी, आहोर से संतोषी दीदी, फालना से मीरा दीदी ,सायला से पवनी बहन मौजूद रहे।
Report By साण्डेराव/ वनेसिंह डाबी