कैंप छोड़कर फिर भागा काली कंबल वाला ढोंगी बाबा, सामने आएं चौंकाने वाले काले कारनामें

बालोतरा (Balotra) के नजदीक बायतु (Baytu) उपखंड क्षेत्र में गिड़ा थानांतर्गत चैनपुरा उतरनी गांव में ढोंगी और अंधविश्वासी काली कंबल वाले बाबा (Kali Kambal Wala Baba) से गुरुज्योति पत्रिका (Gurujyoti patrika) के ब्यूरो चीफ राणीदान रावल ने तीखे सवाल पूछने शुरू किए तो अचानक पूछे तीखे सवालों से ढोंगी बाबा यकायक घबरा गया । जब पत्रकार ने काली कंबल के राज और चमत्कार का पूछा तो बाबा झुंझला गया और सवालों के जवाब देने की बजाय मंच छोड़कर भाग गया और अपने साथ लाए भाड़े के गुंडों को पत्रकार पर हमला करने का इशारा कर दिया । बाबा का इशारा मिलते ही करीब सौ लोगों ने तथा दो महिलाओं ने पत्रकारों की टीम को घेर लिया तथा बदसलूकी और मारपीट करने पर उतारू हो गए । जब पत्रकार तथा केमरामैन के साथ बदसलूकी करके कैमरा छीनने लगे तो स्थानीय लोगों ने बीचबचाव किया । स्थिति को गंभीर होते देख पत्रकार राणीदान रावल ने गुरुज्योति पत्रिका के प्रधान संपादक संतोषचंद्र को तत्काल यथास्थिति से अवगत करवाया । प्रधान संपादक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बायतु उपखण्ड अधिकारी , गिड़ा तहसीलदार तथा गिड़ा थानाधिकारी को स्थिति से अवगत करवाते हुए कार्यक्रम की स्वीकृति की जानकारी मांगी तो आला अधिकारी भी तत्काल मौके पर पहुंचे ।
मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने अनुमति शर्तों का उल्लंघन करने पर कार्यक्रम खत्म करने का आदेश दिया तो ढोंगी और अंधविश्वासी बाबा फिर आग बबूला हो गए और अपने साथ की कुछ महिलाओं को पत्रकार पर झूठे मुकदमे करने का कहा । ढोंगी काली कंबल वाले बाबा ने खुले मंच से कहा कि बाड़मेर के सभी पत्रकारों को मैने खरीद लिया है , अब आप सभी समर्थक इस पत्रकार को अपनी भाषा में समझाओ ताकि यह यहां से भाग जाए ।।
ढोंगी और अंधविश्वासी काली कंबल वाला बाबा किसी भी नीम हकीम और झोला छाप डॉक्टरों से भी बेहद खतरनाक साबित हो रहा है , क्योंकि यह ढोंगी विज्ञान को खुली चुनौती देते हुए कह रहा है कि विज्ञान जहां खत्म होता है हमारी कंबल का चमत्कार वहीं से शुरू होता है । ढोंगी बाबा मरीजों की हड्डियां तोड़ मरोड़ता कैमरे में कैद हुआ जो कि विज्ञान और चिकित्सा विभाग को खुली चुनौती थी , जिसे जानकर बाबा और भी ज्यादा आग बबूला हो गया ।। जब गुरुज्योति पत्रिका के प्रधान संपादक तक बात पहुंची और आला अधिकारी मौके के लिए रवाना हुए तो इसकी भनक लगते ही आयोजक मंडल तथा ढोंगी अंधविश्वासी बाबा ने पत्रकार को येनकेन प्रकारेण प्रलोभन देने की कोशिश करते हुए मामले को खूब दबाने की कोशिश की लेकिन आला अधिकारियों ने आयोजक मंडल और ढोंगी बाबा को तत्काल कैंप खत्म करने का आदेश दे दिया । यहां यह उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी बाड़मेर के सिणधरी के पास इसी ढोंगी बाबा के कैंप को गुरुज्योति पत्रिका ने प्रशासन को सूचित करते हुए रद्द करवा दिया था , अब यह कैंप आगे नहीं चल सकेगा और खत्म करना पड़ा ।।
काले कारनामों की पड़ताल…..
ढोंगी बाबा के कैंप में आए करीब 50 मरीजों से पत्रकार ने पूछी बात तो हकीकत और बाबा के काले कारनामें आए सामने , लोगों ने कहा कि डॉक्टरों ने इलाज से आखरी मना कर दिया इसलिए हम आखरी आशा के साथ आए थे लेकिन पांच पांच कैंप में हिस्सा ले लिया फिर भी कुछ भी फर्क नहीं पड़ा उल्टे ये बाबा हमको मोटी रकम दान करने का दबाव डालता है । हम हॉस्पिटल के चक्कर काट काटकर आर्थिक रूप से बर्बाद हो गए है अब यह बाबा दान देने का दबाव डालते हुए टोने टोटकों में फंसाने का भी डर बताते हुए धमका रहा है , अब आखिर हम कहां जाएं..???
अधिकारी कहिन…….
अनुमति शर्तों का उल्लंघन करने के कारण अनुमति निरस्त करते हुए मैंने तत्काल कैंप खत्म करने का आदेश दिया है ।
हरीश सारण
तहसीलदार गिड़ा
हमने मौके पर बाबा को तत्काल कैंप बंद करने का आदेश दिया है , अब आगे कैंप नहीं करेगा बाबा ।
बगड़ूराम , थानाधिकारी गिड़ा