राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत आंगनवाडी़ केन्द्र गोरीर पर कार्यक्रम आयोजित

गुरूज्योति पत्रिका/ पाटन/ वीरेंद्र शर्मा-
सीडीपीओ खेतड़ी संजय चेतानी ने बताया कि
सरकार द्वारा नाटापन, दुबलापन, एवम कुपोषण की दर में कमी लाने एवम गर्भवती, धात्री मातावों,तथा 0-6 आयु वर्ग के बच्चो में पोषण स्तर में सुधार लाने हेतु राष्ट्रीय पोषण मिशन शुरू किया गया है। इस के माध्यम से कुपोषण के कलंक को मिटाने हेतु इस अभियान को एक जन आंदोलन के रूप में परिवर्तित करने का लक्ष्य रखा गया है।।
राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत आज खेतड़ी ब्लॉक के सभी आँगनबबाड़ी केंद्रों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । मुख्य कार्यक्रम सरपंच प्रतिनिधि श्री भाग सिंह की अध्यक्षता में शिमला सेक्टर के गोरीर ग्राम के आंगनबाड़ी केंद्र पर किया गया ।जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में संजय चेतानी शामिल हुए।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित गर्भवती, धात्री मातावों,जन समुदाय के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए सीडीपीओ चेतानी ने कुपोषण के विविध रूपों पर चर्चा करते हुए बताया कि यह आवश्यक नही है कि कुपोषण के शिकार के केवल गरीब व्यक्ति ही होते हों, अच्छे खाते पीते घरों के व्यक्ति भी कुपोषण के शिकार हो सकते है, उन्होंने बताया कि कुपोषण का प्रधान कारण हमारे खान पान की गलत आदतें है, यदि हम भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, अनाज बदल बदल के खाना, अंकुरित अनाज का प्रयोग, दालों का प्रयोग आदि महत्वपूर्ण है।
वर्तमान में देश मे लगभग पचास प्रतिशत किशोरी बालिकाएं, और महिलाएं खून की कमी से पीड़ित है, यदि यह महिलाएं भोजन में हरी सब्जियों का अधिकतम प्रयोग, एवम आंगनबाड़ी केंद्रों ,स्वास्थ्य केंद्रों, एवम विद्यालयों में नियमित रूप से मुफ्त वितरित की जाने वाली आयरन फोलिक एसिड टेबलेट ले ले तो इस स्थिति से बचा जा सकता है।
महिला पर्यवेक्षक अंजू मीणा ने प्रसव पूर्व जांच, गर्भावस्था के दौरान वजन में बढ़ोतरी, तथा पूरक पोषहार के महत्व पर चर्चा की और बताया कि गर्भवती एवम धात्री,मातावों को अधिक कैलोरी की आवश्यकता पड़ती है, यह देखा गया है कि भारत मे कुपोषण प्रायः गर्भावस्था से ही प्रारंभ हो जाता है,जिसके कारण यंहा कम वजन के शिशु जन्म लेते है जो अपने भावी जीवन मे प्रायः किसी ना किसी से बीमारी से घिरे रहते है इस स्थिति से बचाव के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक व्यक्ति पोषण के महत्व को समझे तथा इसके अनुसार ही अपने खान पान की आदतें बनाये, उन्होंने उपस्थित जन समुदाय को जंक फूड से दूर रहने का भी आह्वान किया।।
इस अवसर पर राष्ट्रीय पोषण मिशन के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर रविन्द्र, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरोज, कृष्णा, हरकोरी, सुशीला, सहायिका ममता, शिमला, निर्मला, अरविंद, पूजा लक्ष्मी, सीता सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे।।