भारत पाकिस्तानी सरहद पर मुनाबाव में सीमा सुरक्षा बल की सजगता से दो विदेशियों सहित कार चालक पकड़ा

राजू चारण /बाड़मेर 7 मार्च, बीएसएफ ने मुनाबाव में दो ईरानी नागरिकों के साथ भारतीय कार ड्राइवर को पकड़ा और पूछताछ के बाद पुलिस कार्यवाही के लिए पुलिस थाने गडरा को सुपूर्द किया। भारत -पाकिस्तानी बॉर्डर पर बाड़मेर जिले के सबसे अंतिम गांव मुनाबाव में बीएसएफ के सजग जवानों ने निजी कार के साथ घूम में रहे दो ईरानी नागरिक व कार ड्राइवर को पकड़ा है। बीएसएफ सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों ईरानी नागरिक व ड्राइवर से पूछताछ के बाद गडरारोड पुलिस को सुपुर्द कर दिया था। मुनाबाव में पकड़े गए नागरिकों का संयुक्त पूछताछ के लिए सीआईडी मुख्यालय ऑफिस लाया गया है। यहां पर सुरक्षा एजेसियों विस्तृत पूछताछ करेगी। पुलिस के अनुसार ईरानी नागरिकों के पास पासपोर्ट है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि जीपीएस के आधार पर मुंबई से दिल्ली नंबरों की कार से रवाना हुए थे।
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से पजीकृत कार से दो ईरानी नागरिक जहांगीर रजाई (48) और 48 वर्षीय महिला सारा राजदान जू दिल्ली निवासी टैक्सी ड्राइवर अकबर अली के साथ हैदाराबाद जाने के लिए रवाना हुए थे। ईरानी कंपल है। जीपीएस सिस्टम के आधार पर रवाना हुए थे, लेकिन वहां से घूमते-घूमते इंडो-पाक बॉर्डर मुनाबाव तक पहुंच गए। होली के त्योहार पर मुस्तैद बीएसएफ जवानों की सजगता से ईरानी नागरिक व इंडियन ड्राइवर को पकड़ लिया। बीएसएफ व सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ करने के बाद तीनों को गडरारोड़ पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। गडरारोड पुलिस कपल व ड्राइवर को सीआईडी ऑफिस लेकर आए है। यहां पर विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों संयुक्त पूछताछ करेगी।
पुलिस के अनुसार ईरानी नागरिकों व ड्राइवर का मंगलवार को जेआईसी (ज्वाइंट इंटेरोगेशन) की जाएगी। अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों संयुक्त रूप से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश करेगी की इनका ईरादा बॉर्डर पार कर कहीं पाकिस्तान जाने का तो नहीं था। ईरानी नागरिक कपल है और इनके पास में दिल्ली नंबर की पुरानी कार है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों विदेशी नागरिक बीते साल नवंबर में भारत आए थे। अब उनकी वीजा अवधि समाप्त हो गई। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां अब इस जांच पड़ताल में जुटी है कि ईरानी नागरिक की वीजा खत्म होने के बाद वापस क्यूं नहीं लौटे है। फिलहाल विदेशी नागरिकों की भारत पाकिस्तानी बॉर्डर तक पहुंचने के मकसद का खुलासा नहीं हुआ है।