क्या अब होगी हमलावरों की गिरफ्तारी और अवैध निर्माण पर सीज की कार्यवाही, आरोपी एस सी एसटी के झूठे मुकदमे करने में आदतन, कई ग्रामीण शिकार, सरकार को लाखों रुपये की चपत
पत्रकार पर हुए हमले को लेकर जोधपुर प्रेस क्लब आया आगे
पत्रकार पर हुए हमले एवं जूठे एससी एसटी मुकदमे में फसाने वाले के खिलाफ कार्यवाही को लेकर कलेक्टर और आईजी को सौंपा ज्ञापन
भोपालगढ़/संतोष चन्द्र – निकटवर्ती गांव भोपालगढ़ में पत्रकार एस पी देवड़ा के साथ मारपीट व कातिलाना हमले के मामले में पुलिस की निष्क्रियता और बार-बार धमकाये जाने के विरोध में आज जोधपुर प्रेस क्लब (रजि.) के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस के आला अधिकारियों को ज्ञापन देकर इस मामले में उचित कार्यवाही की मांग की।जोधपुर प्रेस क्लब के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मोईनुल हक के नेतृत्व में प्रेस क्लब के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस महानिरीक्षक पी. रामजी को ज्ञापन देकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। साथ ही बताया कि हमारे पत्रकार साथी की ओर से दर्ज मुकदमे में कार्यवाही नहीं की जा रही है तथा पुलिस की ओर से साफ होता जा रहा है कि पुलिस भूमाफियाओं को सरंक्षण दे रही है क्योंकि आज से तीन महीने पहले नगरपालिका भोपालगढ़ ने इसी भूमाफिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया तो किसके इशारे पर वो मुकदमा दर्ज नही हुवा।इतनी घटना होने के बाद भी पत्रकार पुत्र पर फिर से हमले करवाए जा रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया है कि पत्रकार के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के झूठा मुकदमा भी दर्ज करवाया गया है। जिस व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज करवाया है वह इस तरह के मुकदमे दर्ज करवाने का आदि है। पिछले कुछ वर्षों में उसने ऐसे कई मुकदमे दर्ज करवाए हैं। जिसमें से अधिकांश झूठे साबित हुए है।इस प्रवर्ति के लोग ऐसे जुटे मुकदमे कर सरकार को हजारों रुपये की चपत लगा चुके हैं। महानिरीक्षक ने पत्रकारों की बात को तत पूर्वक सुना और सहानुभूति पूर्वक न्याय करने का भरोसा दिलाया। प्रतिनिधिमंडल में प्रेस क्लब के सुभाष सिंह चौहान, लक्ष्मण मोतीवाल, शरद शर्मा, सैयद जुनैद, रफीक मोहम्मद, चेतन चौहान, दिलावर खान आदि शामिल थे।
कोर्ट ने जनवरी 2022 में दिया सटे फिर किसके इशारे पर हुआ निर्माण
भू माफियाओं के खिलाफ अवैध निर्माण की खबर प्रकाशित होने के बाद कोर्ट से निर्माण को यथास्थिति रखने का आदेश हुआ जिस समय निर्माण ग्राउंड फ्लोर बन रहा था लेकिन कोर्ट स्टे के बावजूद वही दूसरी मंजिल का निर्माण किसके इशारे पर हुवा। इस निर्माण के दौरान नगरपालिका भूमाफिया को नोटिस देती रही फिर भी निर्माण बंद नही किया तो नगरपालिका के पुलिस को उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने को कहा लेकिन भू माफियाओं के इशारों पर नाचने वाली पुलिस ने तीन महीनों में मुकदमा भी दर्ज नहीं किया।
किसके इशारे पर हुआ पत्रकार पर हमला
जिस दिन पत्रकार पर हमला हुवा उस दिन भूमाफिया के निर्माण कार्य चल रहा था जब पत्रकार ने नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी और जेएन को फोन कर जानकारी ली कि अवैध निर्माण के ऊपर लगा कोर्ट सटे हट चुका है क्या तो जेएन ने मना करते हुवे उनके खिलाफ तुरन्त कार्यवाही करने का बोलकर फोन काट दिया फिर वापिस फोन ही नही उठाया और उसके 15 मिनट बाद भूमाफिया पत्रकार का पता लगाकर पत्रकार पर हमला कर देते है इससे साफ जाहिर है कि पुलिस और नगरपालिका दोनो चाहती है कि ये अवैध निर्माण हो ।
क्या अब चलेगा अवैध निर्माण पर पिला पंजा या भूमाफिया करेंगे मौज
भूमाफिया द्वारा किसी पत्रकार पर हमला करने के बाद क्या नगर पालिका प्रशासन और पुलिस आरोपियों के खिलाफ को सख्त कदम उठाएगी या फिर उसी तरह ठंडे बस्ते में डालकर फाइल को दबा दी जाएगी ग्रामीणों ने अपील की है कि ऐसे भू माफियाओं के सरकार को तुरन्त अवैध निर्माण पर पिला पंजा चलाकर जमीन को अतिक्रमण मुक्त करना चाहिए।