Jaisalmer Desert Festival : पहली बार मिसेज जैसलमेर हुई, जिसका खिताब तरुणा उज्जवल ने जीता, कद- काठी और अपनी रौबदार दाढ़ी-मूंछ की बदौलत मिस्टर डेजर्ट का खिताब पाली के गणपत सिंह को मिला
जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल के पहले दिन राजस्थान के कई रंग देखने को मिले। अलग-अलग जिलों से कई कलाकार इसमें शामिल हुए। मिस मूमल-मिस्टर डेजर्ट और मूंछ प्रतियोगता के साथ ही विदेशी लोगों की साफा बांधो प्रतियोगिता हुई। फेस्टिवल में पहली बार मिसेज जैसलमेर हुई, जिसका खिताब तरुणा उज्जवल ने जीता। वहीं कद- काठी और अपनी रौबदार दाढ़ी-मूंछ की बदौलत मिस्टर डेजर्ट का खिताब पाली के गणपत सिंह को मिला।
शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में हुई प्रतियोगिता में सबसे पहले मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता हुई। जिसमें 51 युवकों ने भाग लिया। कद काठी, कपड़े, गहने, दाढ़ी-मूंछ, साफा और आत्मविश्वास को देखकर विजेता का सिलेक्शन किया गया। जजेस सारी कसौटी पर खरे उतरने पर पाली के रहने वाले गणपत सिंह को मिस्टर डेजर्ट का खिताब दिया गया।
3 महीने दाढ़ी-मूंछ को मुल्तानी मिट्टी से धोया
खिताब जीतने पर गणपत सिंह ने कहा कि फेस्टिवल के लिए वे 3 साल मेहनत कर रहे थे। अपनी डाइट से लेकर दाढ़ी और मूंछ पर काम किया। 3 महीने दाढ़ी-मूंछ को मुल्तानी मिट्टी से धोया और तेल लगाया। आज सुबह भी तैयार होने में करीब 6 घंटे लगे। हुए। उन्होंने बताया कि वे बहुत खुश है और इसका क्रेडिट पिछले साल मिस्टर डेजर्ट बने प्रवीण शर्मा को देते हैं।
लाल जोड़ा पहनकर मिस मूमल में लिया भाग
मिस मूमल के लिए 26 प्रतिभागियों ने अपना भाग्य आजमाया। जिसमें बीकानेर की रहने वाली गरिमा विजय विजेता रही। प्रतियोगता में राजस्थान के अलग-अलग जिलों से आई युवतियों ने भाग लिया। युवतियां लाल जोड़ा पहनकर और सज-धजकर रथ में बैठकर आई। स्टेज पर आकर रेंप वॉक किया। जजों ने उनके कपड़ों, गहनों और नाक-नक्श के साथ उनके आत्मविश्वास को देखकर बीकानेर की गरिमा विजय को मिस मूमल के लिए चुना।
मिस मूमल का फिल्मों में काम करने का सपना
मिस मूमल गरिमा ने बताया कि उनका ड्रीम था कि, वे मिस मूमल बने और इसके लिए उसने गहनों, कपड़ों आदि से लेकर मूमल के बारे में भी पढ़ा। उसने बताया कि वो बीकानेर में भी कई कंपीटिशन में हिस्सा ले चुकी है और उसमें भी विजेता बनी। गरिमा ने बताया कि अगर उसको फिल्म और मॉडलिंग आदि के लिए ऑफर आते हैं तो वो राजस्थानी कल्चर से जुड़ी फ़िल्मों या अल्बम आदि में ही काम करेगी।
मिसेज जैसलमेर को पति ने किया मोटिवेट
डेजर्ट फेस्टिवल में पहली बार शामिल की गई प्रतियोगिता मिसेज जैसलमेर का खिताब तरुणा उज्ज्वल ने जीता। 7 महिलाओं ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। शादीशुदा महिलाएं राजस्थानी ड्रेस और गहनों के साथ ही कोहनी से ऊपर चूड़ा पहनकर सज-धजकर आई थी। तरुणा ने बताया कि वे बहुत खुश है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उनके पति ने मोटिवेट किया था। उनके पति ने उनका सपोर्ट करते हुए जीतने के लिए मेहनत करने को कहा। ज्वैलरी और खास तौर से कोहनी से ऊपर पहने जाना वाला चूड़ा भी अरेंज किया। राजस्थानी परंपरा के साथ स्टेज को शेयर किया और वो जीत गई। उन्होंने बताया कि वे राजस्थानी संस्कृति को आगे बढ़ाने पर काम करेगी।
यूएसए के कॉल्वी ने जीती साफा बाधो प्रतियोगिता
फेस्टिवल में साफा बांधो प्रतियोगिता भी हुई थी। विदेशी युवक-युवती ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई विदेशी युवकों से साफा नहीं बांधा गया तो उन्होंने सिर पर सीधे ही लपेट लिया। विदेशियों की साफा बांधो प्रतियोगिता पर सभी दर्शक भी हंसी से झूम उठे। महोत्सव के दौरान देशी-विदेशी के लिए साफा बांधो प्रतियोगिता रखी गई। साफा बांधो प्रतियोगिता में विदेशी पर्यटकों के वर्ग में यूएसए के कॉल्वी ने प्रथम, जापान की चिया ने द्वितीय एवं यूएसए के टॉम सेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। स्थानीय प्रतियोगियो की साफा बांधो प्रतियोगिता में विकास सेन प्रथम, आम सिंह राजपुरोहित द्वितीय और मूल सिंह तृतीय रहे। वहीं मूंछ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर जितेन्द्र सिसोदिया, द्वितीय स्थान पर शिवरतन व्यास, तृतीय स्थान पर राहुल जोशी रहे।
सोनार किले से निकली शोभायात्रा
जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल का सुबह शोभा यात्रा के साथ आगाज हुआ था। सोनार किले से शोभायात्रा को कलेक्टर टीना डाबी ने हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। सजे-धजे ऊंटों और गाजे-बाजे के साथ देसी-विदेशी मेहमान डांस करते हुए चले। आगे-आगे कलश लेकर लड़कियां चली। सोनार दुर्ग से शोभायात्रा सुबह अपने निर्धारित समय से आधा घंटा पहले ही रवाना हो गई जिससे स्थानीय लोगों और सैलानियों को काफी परेशानी हुई। शोभायात्रा में कालबेलिया डांसर, लोक कलाकार, BSF के ऊंट, BSF का कैमल टैटू बैंड और सजे-धजे ऊंटों पर सवार मिस्टर डेजर्ट के प्रतिभागी शामिल हुए। राजस्थानी रंगों से सजे कलाकारों के साथ विदेशी टूरिस्ट भी खूब थिरके। सोनार दुर्ग से शोभायात्रा शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में पहुंची। कलेक्टर टीना डाबी और अन्य अतिथियों ने पूनम सिंह स्टेडियम में आसमान में गुब्बारे उड़ाकर मरू महोत्सव का उद्घाटन किया। इसके बाद प्रतियोगताओं का दौर शुरू हुआ।
सेलिब्रिटी नाइट
शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में सेलिब्रिटी नाइट हुई। इस नाइट में बॉलीवुड के प्रसिद्ध संगीतकार सलीम-सुलेमान मर्चेन्ट अपने सुरीले गानों से माहौल को संगीतमय बना। इससे पहले लोक कलाकार तगाराम भील की ओर से राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया और अंत में शानदार आतिशबाजी की । सलीम-सुलेमान हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध संगीत निर्देशक और गायक हैं। यह एक दो भाइयों की जोड़ी है जिसमें सलीम मर्चेंट और सुलेमान मर्चेंट शामिल हैं। सलीम और सुलेमान पिछले लंबे समय से बॉलीवुड के संगीत में सक्रिय है। वे फिल्मों के बैकग्राउंड म्यूजिक के लिए भी जाने जाते हैं और कई बड़ी फिल्मों का बैकग्राउंड म्यूजिक तैयार किया जिनमे भूत और धूम के लिए उनको अवॉर्ड भी मिला।