युवक के पेट से निकली 56 ब्लेड: दो टुकड़े कर कवर सहित दो पैकेट निगले, डॉक्टर ने ऑपरेशन कर पेट से निकाली ब्लेड
युवक के पेट से निकली 56 ब्लेड: दो टुकड़े कर कवर सहित दो पैकेट निगले, डॉक्टर ने ऑपरेशन कर पेट से निकाली ब्लेड

जालोर के सांचौर शहर के निजी अस्पताल मेडिप्लस के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार को एक मरीज भर्ती हुआ। जिसके खून की उल्टियां हो रही थी। जिसके बाद चिकित्सकों की टीम ने ऑपरेशन करके युवक के पेट से 56 ब्लेड बाहर निकाली है। अब युवक की हालत खतरे से बाहर है । जानकारी के अनुसार दाता निवासी युवक यसपाल सिंह भर्ती हुआ था। उसको खून की उल्टियां हो रही थी। जिसके बाद चिकित्सक नरसी राम देवासी ने युवक की जांच की तो पता चला कि युवक के पेट में काफी सारी ब्लेड थी। उसके बाद इमरजेंसी में युवक का ऑपरेशन करके 56 ब्लेड को बाहर निकाला है। अब युवक निजी अस्पताल में भर्ती है। जिसका उपचार किया जा रहा है । डॉक्टर देवासी के अनुसार युवक को अस्पताल लेकर आए तो ऑक्सीजन लेवल 80 पर था। जिसके बाद ऑपरेशन करके ब्लेड को बाहर निकाला है। इस दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतिमा वर्मा, नवजात एवम शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पेंद्र, डॉ. धवल शाह, डॉ. शीला बिश्नोई, डॉ. नरेश देवासी रामसीन व डॉ. अशोक वैष्णव सहित अन्य टीम ने युवक का जटिल ऑपरेशन किया ।
सांचौर में कमरा लेकर रहता था युवक
जानकारी के अनुसार युवक शहर के एक निजी डेवलपर्स के साथ नौकरी कर रहा था। बालाजी नगर में कमरा लेकर अन्य चार लोगों के साथ रहता था। रविवार की सुबह साथी ऑफिस काम पर चले गए थे। इस दौरान युवक पीछे अकेला रूम पर था। करीबन एक घंटे बाद युवक यसपाल ने ऑफिस में साथियों को फोन करके बताया कि उसकी तबियत खराब हो गई और खून की उल्टियां हो रही है। जिसके बाद साथी रूम पर पहुंचे और युवक को मनमोहन अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर जांच के बाद आगे रेफर कर दिया। ऐसे में मेडिप्लस अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर चिकित्सक नरसी राम देवासी ने पहले एक्सरे किया। इसके बाद ।सोनोग्राफी के माध्यम से जांच करके युवक के गले से ब्लेड बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन ब्लेड नहीं निकल पाई। जिसके बाद ऑपरेशन किया गया।

भाजपा जिलाध्यक्ष के यहां पर नौकरी करता था
युवक यसपाल शहर में भाजपा जिलाध्यक्ष श्रवण सिंह राव के यहां एसएम राव डेवलपर्स में अकाउंट का काम देखता था। रविवार को अचानक तबियत खराब की जानकारी के बाद युवक को अस्पताल में भर्ती करवाया और परिजनों को सूचना दी। जिसके बाद से युवक अस्पताल में भर्ती है। युवक के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी के बाद परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। परिजनों ने बताया कि युवक से आखिरी बात के दौरान नॉर्मल बात हुई थी। परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहतर है। ऐसे में ब्लेड खाने का कदम क्यों उठाया। यह समझ से बाहर है। वहीं, युवक ने भी अपनी तक अपने परिजनों को ब्लेड खाने को लेकर कारण नहीं बताया है।
YA REPORT – FARUKH KANIYA