#जालौर : ध्वजा चढ़ा कर अनोपदास महाराज के झूंपड़ी की 16वीं वर्षगांठ मनाई, रावणा राजपूत समाज सेवा संस्था सांचौर में भजन संध्या तथा वार्षिक मेला संपन्न
सांचौर
शहर के पीडब्ल्यूडी रोड स्थित रावणा राजपूत समाज सेवा संस्था में साध अनोप दास महाराज के झूंपड़ी की वर्षगांठ मनाई गई।
इस दौरान रात्रि को भव्य भजन संध्या तथा वार्षिक मेले का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा अनोप दास महाराज के भजन प्रस्तुत किए गए और अनॉप दास के भाविक जेता भारती महाराज द्वारा प्रवचन दिए गए।
इस दौरान रावणा राजपूत महासभा तथा युवा महासभा की संयुक्त बैठक का आयोजन तहसील अध्यक्ष उदय सिंह परमार तथा युवा महासभा अध्यक्ष भवानी सिंह चितलवाना की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक में संस्था के कोषाध्यक्ष मसर सिंह बडगुजर डांगरा द्वारा आय व्यय का ब्यौरा पेश किया गया। बैठक में तहसील अध्यक्ष उदय सिंह ने बताया की समाज में शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु संगठन द्वारा कार्ययोजना बनाकर काम करेंगे तथा युवा अध्यक्ष भवानी सिंह ने चितलवाना में समाज के भूखंड हेतु भामाशाओ से बढ़चढ़कर सहयोग की अपील की ओर पूर्व के भामाशाहों का आभार जताया। जिला युवा महामंत्री मदन सिंह चौहान डूंगरी ने बताया की सामाजिक कुरीतियां मिटाकर अब समाज को आगे आने की जरूरत हैं। जिला प्रवक्ता नानजी सिंह कांटोल ने बताया की समाज के यूवाओ को राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य तथा खेल, कला और संस्कृति के विभिन्न क्षेत्रों में अवसर का लाभ लेकर भविष्य निर्माण करने में लगना हैं। पूर्व तहसील अध्यक्ष धनसिह गलीफा ने यूवाओ से नशे से दूर रहने तथा सोसल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने की बात की। कार्यक्रम को धानेरा तहसील अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह गोयल, पूर्व युवा अध्यक्ष कृष्ण सिंह चौरा ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई जिसमे तहसील अध्यक्ष उदय सिंह गोलियां, युवाध्यक्ष भवानी सिंह चितलवाना, पूर्व तहसील अध्यक्ष धनसिह गलीफा, जिला युवा महामंत्री मदन सिंह डूंगरी, धानेरा तहसील अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह डूवा, पूर्व युवा अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह पूर, कृष्ण सिंह चौरा, जिला प्रवक्ता नानजी सिंह कांटोल, मसर सिंह डांगरा, उकसीह जेलातरा, मोहन सिंह झोटड़ा, मुलसिह डभाल, वीर सिंह झोटडा, जगदीश सिंह बाड़मेर, प्रेम सिंह डूवा, अदेसिंह हाड़ेतर, भुप सिंह कारोला,गुमान सिंह भायल झाब, हुक्म सिंह कारोला, प्रेम सिंह दांतिया,रमेश सिंह इंदा कारोला, सावल सिंह सांगड़वा, गणपत सिंह इंदा कारोला, मग सिंह हाड़ेतर, गणपत सिंह लुनियासर, शैतान सिंह वासन, राजू सिंह मेड़ा, भीम सिंह भुवाणा, जबर सिंह करावड़ी, दलपत सिंह डभाल, वर्ध सिंह चौरा सहित सैकड़ों की संख्या में युवा तथा बुजुर्ग मौजूद थे।