यहां क्लीन सिटी अभियान पर लग रहा बदनुमां दाग, यहां स्वच्छ भारत अभियान की उड़ रही धज्जियां, कचरा डंपिंग से रहवासी परेशान
चौहाबोर्ड के सेक्टर 21-ई में कचरा डंपिंग से रहवासी परेशान
-यहां स्वच्छ भारत अभियान की उड़ रही धज्जियां
-क्लीनसिटी अभियान पर लग रहा बदनुमां दाग
-गंदगी से मौसमी बीमारियों के फैलने की आशंका
-गंदगी के ढेर के पास आवारा पशुओं का समय रहता है जमावड़ा -क्षतिग्रस्त सड़क के कारण हो रहे हैं हादसे -नगर निगम के जिम्मेदार व क्षेत्रीय पार्षद के प्रति लोगों में रोष -क्षेत्रवासियों ने जिला कलेक्टर व महापोर को की शिकायत
जोधपुर,नगर निगम के सफाई कर्मियों तथा क्षेत्र के गैर जिम्मेदार नागरिकों द्वारा चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के 21-ई सेक्टर स्थित मकान नम्बर 1 व 26 के पास कचरा डाले जाने से क्लीन सिटी अभियान पर बदनुमां दाग लग रहा है। यहां हर समय गंदगी का अम्बार लगा रहता है। यही नही ‘कोढ़ में खाज’ की कहावत तब चरित्रार्थ होती है जब इस गंदगी के अम्बार में आवारा पशु भोजन की तलाश में मंडराते रहते हैं।
गंदगी के ढेर और आवारा पशुओं के मंडराने से यहां की सड़क भी सिमट कर रह गई उस पर सड़क पर बने गड्ढे यहां हर समय दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं। पास में ही स्कूल होने से विद्यार्थियों का भी आवागमन बना रहता है। दुर्घटना की आशंका के चलते अभिभावक सहमे-सहमे अपने बच्चों को लेकर यहां से निकलते हैं। कई बार तो आवारा पशुओं के लड़ने से अफरातफरी का माहौल बन जाता है।
यहां पर एकतरफ गंदगी का ढेर,दूसरी तरफ टूटकर गड्ढों में तब्दील हुई सड़क और उस पर आवारा पशुओं का लड़ना, इधर से रागिरों निकलना किसी चुनोती से कम नही। इस सम्बंध में क्षेत्र के जागरूक नागरिकों ने जिला कलेक्टर,नगर निगम दक्षिण की महापौर से शिकायत की है लेकिन अभी कोई समाधान नही हुआ। नगरनिगम के मुख्य सफाई निरीक्षक यहां आकर मौका देख कर गए और इसे सुधारने का आश्वासन जरूर देकर गए।
क्षेत्रिय गृहणी विनीता सोमानी ने बताया कि कचरे के ढेर में बारिस के पानी के जमा हो जाने से असहनीय बदबु के कारण आसपास के घरों में रहने वालों का जीना दूभर हो गया है। घरों के आगे खुले भाग में बैठना व खड़े रहना असंभव हो गया हैं। यहां तक कि घर का दरवाजा खोलना भी पीड़ादायक हो गया है, दरवाजा खुलते ही कचरे के ढेर में पनप रही असंख्य मक्खियां व मच्छर घर में घुस जाते हैं जिससेे मलेरिया,डेंगू,चिकनगुनिया, हैजा जैसी बीमारियों के फैलने की आशंका हर समय बना रहता है।
उन्होंने बताया कि सप्ताह-दस दिन में जब कभी नगर निगम की जेसीबी इस गंदगी को हटाने के लिए आती है, उस समय तो क्षेत्रवासियों को सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। गंदगी के ढेर से प्लास्टिक की थैलिया उड़कर घरों व दुकानों के आगे जमा हो जाती हैं यह पॉलीथिन सड़क पर चारों ओर बिखरी रहती हैं। विनीता ने यह भी कहा कि यह गंदगी “स्वच्छ भारत अभियान” की सरेआम धज्जियां उड़ा रही हैं।
20-ई सेक्टर निवासी श्याम सुंदर सोमानी ने बताया कि गंदगी के ढेर में पड़ी खाने की सामग्री को खाने के लिए यहाँ पर गायों व सांडो का हर समय जमावड़ा रहता है। साड अक्षर लड़ते रहते हैं जिससेे कभी भी राहगीरों को जान से हाथ धोना पड़ सकता है। लड़ते हुए सांडो द्वारा घरों के बाहर खड़े वाहनो को नुकसान पहुँचाने की घटनाएं अनेक बार घट चुकी हैं। पास में ऐसेंट पब्लिक स्कूल भी है, जिसमें पढ़ने वाले बच्चे व उनके माता पिता भी स्कूल के पास फैली इस गंदगी व सांडो के जमावड़े से परेशान व भयभीत रहते हैं। प्लास्टिक खाकर मरे मवेशियो के शवों के सड़ने से फैलने वाली असहनीय दुर्गंध से संपूर्ण वातावरण नरक समान हो जाता है। गंदगी का यह आलम चौपासनी हाउसिंग बोर्ड को पाल रोड से जोड़ने वाली 100 फीट चौड़ी मुख्य सड़क पर है जिसका लगभग 245 फीट लंबाई का भाग जो 20-ई सेक्टर के मकान संख्या 20-ई/1 व 20-/15 से 20-ई/22 के सामने टूटा पड़ा है। इस क्षतिग्रस्त सड़क के गड्ढो में बारिस का पानी जमा हो जाने से स्थिति और भी विकट हो जाती है। इस टूटीफूटी सड़क पर रूट नंबर 1 की सिटी बसें भी चलती हैं। सड़क पर बने गड्ढे के कारण आए दिन वाहन चालक हादसों का शिकार होते हैं।
पास ही स्थित राठौड़ डेयरी फॉर्म के संचालक 21-ई सेक्टर निवासी गोविंद सिंह राठौड़ ने बताया कि क्षेत्रवासियों ने इस समस्या से निगम के सैनिटरी इंस्पेक्टर को अनेक बार अवगत करवाया है फिर भी वे इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। क्षेत्रीय पार्षद ने मौके पर पहुँचने का वादा किया किंतु वे नहीं पहुँचे।20-ई सेक्टर निवासी एडवोकेट सतीश भाटी ने भी 20 जुलाई को हस्ताक्षर युक्त शिकायत निगम व जिला प्रशासन से की थी किंतु अभी तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इस समस्या को लेकर क्षेत्रवासियों में भारी रोष है। क्षेत्रवासियों ने जिम्मेदारों के इस उपेक्षापूर्ण रवैये की शिकायत महापोर वनीता सेठ व जिला कलेक्टर को की है। उन्होंने क्षेत्र से इस डंपिंग स्टेशन को अविलंब हटाने व क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत करवाने की मांग की है।
शिकायत पर कार्यवाही करने पहुँचे चीफ सैनिटरी इंस्पेक्टर रमेश गिरी ने उपस्थित जनसमुदाय को गंदगी वाली जगह पर गड्ढे में भर्ती भरवाने व निगम का चेतावनी बोर्ड लगाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कचरा फैंक रहे कुछ लोगों को फटकार लगाते हुए कचरा गाड़ी में कचरा डालने की हिदायत भी दी।