Rajasthan Nurses Union – 6 सूत्रीय मांग नहीं मानी तो होगा प्रदेश व्यापी आन्दोलन
सिरोही । नर्सेज के विभिन्न मुद्दों को लेकर राजस्थान नर्सेज यूनियन (Rajasthan Nurses Union) के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जीवत दान चारण के नेतृत्व में जिला कलेक्टर सिरोही के मार्फ़त अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार को ज्ञापन सौंपा । चारण ने बताया कि नर्सेज की ज्वलंत समस्याओं व मांगो को लेकर प्रदेश कार्यकारणी के आव्हान पर पूरे राजस्थान में नर्सेज की पीड़ा व मुख्य मांगो को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुँचाया जा रहा है जिसमें बहुत कुछ मांगे तो गैर वितीय है । सरकार पर कोई वितीय भार भी नहीं आ रहा है । बजट 23-24 में भी नर्सेज को निराशा ही हाथ लगी थी । नर्सेज की चिरपरिचित मांग जिसमें नर्सिंग ऑफिसर व सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के पद को राजपत्रित किया जावे कारण यह है कि जब 4200 ग्रेड पे के नायब तहसीलदार को गजेटेड़ का दर्जा दिया गया है और नर्सिंग अधिकारी का भी यही ग्रेड पे होता है और सीनियर नर्सिंग अधिकारी का ग्रेड पे 4800 होता है तो फिर नर्सिंग अधिकारीयों के साथ ना इंसाफी क्यो ? साथ ही सविंदा काल को सेवा में जोड़ना चाहिए जिससे नर्सेज जो कई वर्षों तक सविंदा पर रहे है उनको राहत मिल सके ।
प्रथम नियुक्ति तिथि (संविदा) से राजकीय सेवा परिलाभ मिलता है तो हजारो नर्सेज को इसका लाभ मिल सकता है । साथ ही सरकार ने खेमराज कमेटी का गठन किया था उस कमेटी की वेतन विसंगति परीक्षण की अभिशंषा लागू कर राज्य में नर्सेज के वेतन विसंगतियों को दूर कर वेतन व भत्तों में सुधार किया जावें व चिकित्सक के तर्ज पर नर्सेज को भी डीएसीपी 6,12,18,24 वर्ष अंतराल पर पदोन्नति का लाभ दिया जावे और सभी संगठन की कॉमन मांग जो नर्सेज की भी मांग है जिसमें नर्सेज को एसीपी (Assured Career Progression) 9,18,27 वर्षीय के बजाय 7,14,21,28 वर्षीय एसीपी या 8,16,24,32 वर्षीय एसीपी का लाभ दिया जावे और ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा अधिकतर नर्सेज के भरोसे ही रहती है । नर्सरी कर्मियों के द्वारा गांव गांव ढाणी-ढाणी तक आमजन को चिकित्सा सेवा प्रदान की जाती इसलिए महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, नर्सिंग ऑफिसर व सीनियर नर्सिंग ऑफिसर को उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर दी जाने वाली अति आवश्यक दवा लिखकर प्राथमिक उपचार करने का अधिकार दिया जावे जिसमे ग्रामीणों को राहत मिल सके । इन सभी मुख्य मांगो का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से संगठन अपेक्षित है । अगर राज्य सरकार के द्वारा इन 6 सूत्रीय मांगों का निस्तारण नहीं होता है तो आगे राजस्थान नर्सेज यूनियन के द्वारा प्रदेश व्यापी आंदोलन की रूपरेखा प्रस्तावित मीटिंग जो संगठन की जयपुर में है तैयारी की जाएगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की रहेगी । इस दौरान प्रभु सिंह जोधा, रुस्तम खान, विक्रम कुमार जीनगर, रामनारायण पटेल, सुरेश कुमार, धीरज कुमार माली सहित कई नर्सिंग अधिकारी उपस्थित थे ।